
आशा कार्यकर्ताओं का कहना है कि ऐसी आशा कार्यकर्ताओं की काम की जांच होनी चाहिए। वहीं उन्होंने एक मांग और की है कि उनकी सुरक्षा सुनिश्चित की जाए उन्होंने बताया कि बालाघाट में एक बीएमओ द्वारा आशा कार्यकर्ता के साथ दैहिक शोषण का भी मामला सामने आया है, जिसको देखते हुए वह अपने आप को काफी असुरक्षित महसूस करती हैं। वहीं उन्होंने यह भी मांग की गई कि उनकी प्रोत्साहन राशि का भी तुरंत भुगतान किया जाए जो तीन-तीन महीने तक नहीं हो रही है।
उन्होंने यह कहा है कि अगर उनकी मांगे सिंदूर पूरी नहीं होती है तो वह हड़ताल पर बैठने को बाध्य होगी।